माँ तुम हो तो
घर घर है
नहीं तो सिर्फ मकान है ..
माँ तुम हो तो
घर आने का चाव है
हर दिन एक त्यौहार है ..
माँ तुम हो तो
सर पर स्नेहिल हाथ है
जीवन में उल्लास है ..
माँ तुम हो तो
मायका गुलज़ार है
मूर्तियों में भी जान है ..
माँ तुम हो तो ...
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